क्या चौकिदार ही चोर है ? क्या नरेन्द्र मोदी सरकार ने वोट चोरी की है ?

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राहुल गांधी का सनसनीखेज खुलासा: मोदी सरकार पर वोट चोरी के आरोप, 40 हजार फर्जी वोटर आईडी का जिक्र

नई दिल्ली, 5 सितंबर 2025: लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने वोट चोरी के जरिए सरकार बनाई है, और इसकी पोल खोलते हुए कर्नाटक और महाराष्ट्र में हजारों फर्जी वोटर आईडी का जिक्र किया। राहुल ने कहा कि महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में लगभग 40,009 फर्जी पते वाले वोटर पाए गए हैं, जबकि कुल 1 लाख से ज्यादा वोटों की चोरी हुई है। यह खुलासा सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जहां मार्वल के काल्पनिक विलेन ‘थैनोस’ की तस्वीर वाली वोटर आईडी कार्ड की चर्चा जोरों पर है।

राहुल गांधी ने बेंगलुरु में आयोजित ‘वोट अधिकार रैली’ में इस मुद्दे को उठाया। उन्होंने दावा किया कि चुनाव आयोग (ईसीआई) की मिलीभगत से यह घोटाला हुआ है। उनके अनुसार, महादेवपुरा में 11,965 डुप्लिकेट वोटर, 40,009 फर्जी या अमान्य पते और हजारों ऐसे वोटर हैं जिनके घर नंबर ‘0’ दर्ज हैं। कांग्रेस पार्टी ने 279 पेजों की एक लिस्ट जारी की है, जिसमें इन फर्जी वोटरों के नाम और पते शामिल हैं। राहुल ने इसे ‘पूर्ण पैमाने का घोटाला’ बताते हुए कहा कि यह सिर्फ एक विधानसभा की कहानी है, पूरे देश में ऐसे लाखों मामले हो सकते हैं। उन्होंने ईसीआई पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह लोकतंत्र की हत्या है और एक क्रांति की जरूरत है।

इस बीच, महाराष्ट्र के मालेगांव में एक विचित्र घटना ने पूरे देश का ध्यान खींचा है। पूर्व विधायक आसिफ शेख राशिद ने आरोप लगाया कि उनके निर्वाचन क्षेत्र में 42,000 से ज्यादा फर्जी वोटर एंट्री हैं, जिनमें 6,000 फर्जी नाम, 3,502 छेड़छाड़ वाली तस्वीरें और 11,000 डुप्लिकेट वोट शामिल हैं। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि एक वोटर आईडी पर ‘थैनोस’ की तस्वीर लगी हुई है, जो मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स का एक काल्पनिक किरदार है। यह आईडी कार्ड सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, और राहुल गांधी ने इसे अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर शेयर किया। लोगों ने इसे ‘मोदी के मल्टीवर्स ऑफ मैडनेस’ करार दिया, जहां सुपरविलेन वोट डाल सकते हैं लेकिन असली नागरिकों के नाम कट जाते हैं।

भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि राहुल गांधी फर्जी डेटा के आधार पर राजनीति कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने भी राहुल के दावों को अस्वीकार किया है, और कहा कि कर्नाटक सरकार ने जाति जनगणना के लिए वही वोटर लिस्ट इस्तेमाल की है। ईसीआई ने राहुल से हलफनामा मांगा है, लेकिन भाजपा के आरोपों पर तुरंत कार्रवाई की है। उदाहरण के लिए, जब भाजपा ने कांग्रेस नेता पवन खेड़ा पर दो वोटर आईडी रखने का आरोप लगाया, तो ईसीआई ने तुरंत नोटिस जारी किया। वहीं, राहुल के 1 लाख फर्जी वोटर के दावे पर कोई जांच नहीं हुई।

यह विवाद अब बिहार तक पहुंच गया है, जहां राहुल ने आरोप लगाया कि 2024 लोकसभा चुनाव के बाद महाराष्ट्र में 1 करोड़ फर्जी वोटर जोड़े गए। सोशल मीडिया पर #VoteChori और #VoteChorModi जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं। कई यूजर्स ने इसे लोकतंत्र पर हमला बताया, जबकि कुछ ने इसे राजनीतिक स्टंट कहा। एक यूजर ने लिखा, “थैनोस वोटर लिस्ट में है, लेकिन असली नागरिक बाहर। यह मोदी का एंडगेम है?”

विशेषज्ञों का मानना है कि अगर ये आरोप साबित हुए, तो यह चुनावी प्रक्रिया पर बड़ा सवाल खड़ा करेगा। कांग्रेस ने पूरे देश में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ शुरू की है, जिसमें फर्जी वोटरों की जांच की मांग की जा रही है। भाजपा ने पलटवार करते हुए रायबरेली में 2 लाख संदिग्ध वोटरों का दावा किया है। फिलहाल, ईसीआई की जांच का इंतजार है, लेकिन यह मुद्दा 2025 के चुनावों को प्रभावित कर सकता है। लोकतंत्र की रक्षा के लिए पारदर्शिता जरूरी है, अन्यथा ऐसे घोटाले विश्वास को तोड़ सकते हैं।

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